✍️विशेष संवाददाता अनीता गुलेरिया ।
राजधानी दिल्ली मे खतरनाक श्रेणी घोषित होने के बावजूद सोमवार को खुले शराब के ठेकों पर तड़के सुबह से बंद दुकानों के बाहर लोगों की कई किलोमीटर दूरी तक लंबी लाइनें देखने को मिली,दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में पब्लिक दूरी नियमों की पालना ना होते देख अधिकारियों द्वारा शराब के ठेकों को तुरंत बंद करवा दिया गया । एसडीएम सौम्या शर्मा ने नजफगढ़ के ढांसा-रोड के शराब ठेके पर पब्लिक दूरी अवहेलना होते देख सुबह ही ठेके को बंद करवाया । ऐसे ही दिल्ली के कई इलाके मालवीय-नगर,शेख-सराय,गीता कॉलोनी,बुराड़ी,इत्यादि इलाकों के इलावा गोविंदपुरी सी में तो महिलाओं ने ठेके खुलने के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मोर्चा निकाला । बुराड़ी में उमडी भीड द्वारा पब्लिक दूरी नियमो की धज्जियां उड़ते देख पुलिस द्वारा हल्का लाठी-चार्ज करते हुए ठेके को बंद करवाना पडा । गीता कॉलोनी में आबकारी-मैजिस्ट्रेट ने सोशल डिस्टेंसिंग ना होने की वजह से शराब के ठेके को खुद आकर बंद करवाया,जैसे ही ठेके खुलने का ऐलान हुआ मंदिरा प्रेमी रात को ही बंद दुकानों के बाहर गिलास लेकर खड़े नजर आए, पहले दिन के हालात को देखकर मंगलवार से दिल्ली आबकारी विभाग के डीसीपी संदीप मिश्रा ने कोरोना-स्पेशल कीमत वसूलने हेतु शराब पर 70 प्रतिशत अधिक कीमत दर का नोटिस किया जारी । दिल्ली की जनता ने कोरोना-संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ोतरी के चलते सरकारी घटिया-रणनीतियो पर भारी रोष व्यक्त किया कहा,दिल्ली सरकार खिलाने की जगह पिलाने की व्यवस्था को ज्यादा तबज्जो देने पर तुली है आखिर किसलिए ? लाॅकडाउन के शुरुआती दौर से पब्लिक दूरी बनाने का सरकारी नुमाइंदों द्वारा क्या महज दिखावा भर था ? सरकार लोगों की जिंदगियो से पहले अर्थव्यवस्था के प्रति चिंता-ग्रस्त है क्यो ?



0 comments:
Post a Comment