वह सफ़ेद घर
वह सफ़ेद घर अचानक ही खड़ा हो गया था..
अगल बगल के जाने कितने घरों को कमतर आंकता हुआ..
जाने कितनी उम्मीदों से बना था
वह सफ़ेद घर और उसमे रहने वाले लोग
जो उस घर के बनने से पहले
एक छोटे घर में रहते एक दूसरे के करीब...
और साथ बांटते हर ख़ुशी
अब ज़ब यह सफ़ेद घर बन गया
सबके लिए निर्धारित हुए अलग कमरे...
और फिर शुरू हुए अलग अलग सहना दुख और सुख...
उस सफ़ेद घर में
एक नन्ही राजकुमारी जो कभी थी सबकी प्यारी..
अब अलग कमरे में रहती गुमसुम
अचानक ही उसके हृदय में प्रेम लेने लगा अंगड़ाई...
और खत्म हुयी उसकी उदासीनता
प्रेम ने दूर बैठे प्रेमी को नजदीक किया..
और फिर ये अंगड़ाई घर भर को हुयी महसूस...
फिर चले उस सफ़ेद घर में
प्रेम और मान के बीच जाने कितने तर्क वितर्क...
और एक दिन वह सफ़ेद घर
जो हो चुका था सबकी नजरों कि किरकिरी...
जाने कितनी ही बुरी नजरों का करता रोज सामना..
उस घर पर टांगे गए वो काला राक्षस का मुँह भी न रोक पाता लोगों कि हाय..
और फिर मान हावी हुआ उस सफ़ेद घर पर.
और जिसे चुकाना पड़ा नन्ही राजकुमारी को अपने प्राणों की बलि से...
वह सफ़ेद घर अचानक ही भयावह दिखने लगा...
और दिखने लगे अजीब से पंजे व नाख़ून लिए वहां बसने वाले लोग...
वह सफ़ेद घर आज भी वहीं खड़ा हैं अपना मान लिए...
खत्म हो चुकी हैं वहां से उस राजकुमारी की खिलखिलाहट...
जो भेंट चढ़ चुकी हैं ऑनर किलिंग की !!!!
सीमा "मधुरिमा"
लखनऊ !!!
वह सफ़ेद घर अचानक ही खड़ा हो गया था..
अगल बगल के जाने कितने घरों को कमतर आंकता हुआ..
जाने कितनी उम्मीदों से बना था
वह सफ़ेद घर और उसमे रहने वाले लोग
जो उस घर के बनने से पहले
एक छोटे घर में रहते एक दूसरे के करीब...
और साथ बांटते हर ख़ुशी
अब ज़ब यह सफ़ेद घर बन गया
सबके लिए निर्धारित हुए अलग कमरे...
और फिर शुरू हुए अलग अलग सहना दुख और सुख...
उस सफ़ेद घर में
एक नन्ही राजकुमारी जो कभी थी सबकी प्यारी..
अब अलग कमरे में रहती गुमसुम
अचानक ही उसके हृदय में प्रेम लेने लगा अंगड़ाई...
और खत्म हुयी उसकी उदासीनता
प्रेम ने दूर बैठे प्रेमी को नजदीक किया..
और फिर ये अंगड़ाई घर भर को हुयी महसूस...
फिर चले उस सफ़ेद घर में
प्रेम और मान के बीच जाने कितने तर्क वितर्क...
और एक दिन वह सफ़ेद घर
जो हो चुका था सबकी नजरों कि किरकिरी...
जाने कितनी ही बुरी नजरों का करता रोज सामना..
उस घर पर टांगे गए वो काला राक्षस का मुँह भी न रोक पाता लोगों कि हाय..
और फिर मान हावी हुआ उस सफ़ेद घर पर.
और जिसे चुकाना पड़ा नन्ही राजकुमारी को अपने प्राणों की बलि से...
वह सफ़ेद घर अचानक ही भयावह दिखने लगा...
और दिखने लगे अजीब से पंजे व नाख़ून लिए वहां बसने वाले लोग...
वह सफ़ेद घर आज भी वहीं खड़ा हैं अपना मान लिए...
खत्म हो चुकी हैं वहां से उस राजकुमारी की खिलखिलाहट...
जो भेंट चढ़ चुकी हैं ऑनर किलिंग की !!!!
सीमा "मधुरिमा"
लखनऊ !!!

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