✍️ दिल्ली अनीता गुलेरिया विशेष संवाददाता ।
बाबा हरिदास पुलिस को रात पौने दस बजे एसएसबी-पब्लिक स्कूल के बी-ब्लॉक गोपाल नगर में एक झगड़ा होने की सुचना मिली,मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर-अवस्था में घायल युवक को आनन-फानन में अस्पताल राव तुलाराम में भर्ती करवाया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया । मृतक भरत भूषण जिसकी उम्र (32) के सिर में गंभीर चोट के निशान थे,पुलिस को घटनास्थल से खून से सनी दो इंटे मिली,आसपास में पुलिस को सीसीटीवी फुटेज व पुख्ता-सबूत ना मिलने पर एसीपी विजय सिंह के दिशा-निर्देशन में एसएचओ जगतार सिंह के नेतृत्व में मजबूत टीम का गठन किया गया जिसमें इंस्पेक्टर सुखदेव मीना एसआई जयविंद्र, हवलदार प्रदीप, सिपाही संजीत की टीम ने अपने-अपने सूचना तंत्र माध्यम से जानकारी जुटानी शुरू की,आसपास में पूछताछ दौरान सिपाही संजीव को पता चला मृतक भारत भूषण खैरा मोड़ इलाके में एक कंप्यूटर की दुकान में काम करता था और दो महीने पहले उसकी फरवरी में ओला-टैक्सी ड्राइवर से झड़प हुई थी जिसके चलते टैक्सी ड्राइवर ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी,सूचना के तुरंत बाद छापेमारी दौरान जब दोनों शख्स को पुलिस ने हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो आरोपियों द्वारा मृतक-भरत भूषण की हत्या करने की बात को कबूलते ही पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया । द्वारका एडिशनल डीसीपी आरपी मीना अनुसार पकड़े गए मुजरिमो में से एक का नाम दीपक उम्र (24) दूसरा जोगिंद्र उम्र (25) गोपाल नगर के रहने वाले हैं और दोनों ओला-कैब के ड्राइवर हैं, पुलिस-पूछताछ दौरान आरोपी जोगिंद्र ने बताया लॉक-डाउन के चलते इस समय दोनों बेरोजगार थे और मृतक भरत भूषण द्वारा फरवरी महीने में टैक्सी बुकिंग उपरान्त किराए को लेकर कैब- ड्राइवर दीपक से बहस बाजी व मारपीट हो गई थी,दीपक ने यह सारी बातें अपने दोस्त जोगिंद्र को बताई थी,तब से यह दोनों मृतक- भूषण से सही समय पर बदला लेने का इंतजार करने लगे,रात नौ बजे के करीब भरत भूषण को आते हुए देख दोनों जानबूझकर उसके पास जाकर,दोबारा से झगड़ा करने लगे और दोनों ने एक साथ दो ईंट मृतक भूषण के सिर में दे मारी व मौके से फरार हो गए,पुलिस ने इनसे मौके पर तलाशी दौरान दोनों की खून से सनी टी-शर्ट को बरामद करने के साथ ही इनसे बजाज प्लैटिना- मोटरसाइकल को जब्त करके, दोनों हत्यारों पर 302 धारा के तहत मामला दर्ज कर लिया है, बाबा हरिदास नगर पुलिस द्वारा कोई सबूत ना मिलने के बावजूद पूरी तरह से गहन-छानबीन करके सूझबूझ दिखाते हुए इस ब्लाइंड- केस को महज दस-घंटे के भीतर सुलझाना,वाकई काबिले तारीफ है । आपको बता दें,अपनी इसी तरह की अग्रसरित-कार्यशैली के चलते बाबा हरिदास नगर थाना देश के सर्वश्रेष्ठ-थानों में से छठे नंबर का दर्जा हासिल किए हैं,व दिल्ली का सर्वश्रेष्ठ नंबर-1थाना है ।
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