करे उन पशु पक्षियों का ध्यान,जो भूख से बिलख रहे |
यही मानवता का धर्म है,हम इस पर सब अडिग रहे ||
"जियो और जीनो दो " यही तो मानवता का धर्म है |
हिंसा करना जीवो की,यह तो मानवता का अधर्म है | |
आया है धर्म संकट,इन परिस्थितयो मानव कैसे निभाये |
खुद भी खाये और दूसरो को भी ऐसे में भोजन खिलाये | |
सकंट यह थोड़े समय का,यह भी टल जायेगा |
जीवित रही मानवता नया सबेरा भी आयेगा | |
घड़ी है परीक्षा मानव की,इसमे सबको पास होना है |
अगर करे ध्यान सबका,पास जरूरी सबका होना है | |
प्रतिष्ठित कवि-लेखक :-
राम कृष्ण रस्तोगी (गुरुग्राम)
यही मानवता का धर्म है,हम इस पर सब अडिग रहे ||
"जियो और जीनो दो " यही तो मानवता का धर्म है |
हिंसा करना जीवो की,यह तो मानवता का अधर्म है | |
आया है धर्म संकट,इन परिस्थितयो मानव कैसे निभाये |
खुद भी खाये और दूसरो को भी ऐसे में भोजन खिलाये | |
सकंट यह थोड़े समय का,यह भी टल जायेगा |
जीवित रही मानवता नया सबेरा भी आयेगा | |
घड़ी है परीक्षा मानव की,इसमे सबको पास होना है |
अगर करे ध्यान सबका,पास जरूरी सबका होना है | |
प्रतिष्ठित कवि-लेखक :-
राम कृष्ण रस्तोगी (गुरुग्राम)

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