बचाना है जान को,जहान को ,
इस धरा के अब हर इंसान को ।।
यही ध्येय होगा अब हमारा ,
ये सन्देश पहुँचे हर इंसान को ।।
सबका साथ हो सबका विश्वास हो ,
आशा के साथ सबका विकास हो ।।
तब ही कोरोना को जीत पायेंगे ,
ऐसा जन-जन में विश्वाश हो ।।
लॉक डाउन ही एक आस है ,
बनी नहीं दवा कोई खास है ।।
घर में बैठे रहे हम सभी अभी ,
इसको जीतने की यही आस है ||
थोड़े दिनों की तो तकलीफ है ,
मिलेगा कुछ दिनों में रिलीफ है ।।
घबराने की कोई जरूरत नहीं ,
यही हमारा अब एक बिलीफ है ।।
यह है एक भयानक सक्रमण का रोग ,
इस पर चल नहीं सकता कोई अभियोग ।।
जो निकलेगा इस समय घर से बाहर ,
उस पर चलेगा कोर्ट में अभियोग ।।
गगन भी ध्वनी प्रदुषण से मुक्त है
जबसे वायुयान नहीं चल रहे है ।।
पृथ्वी भी प्रदुषण से अब मुक्त है ,
वाहन व् उद्योग पूरी तरह से बंद है ।।
घर से बाहर जब तुम निकलो ,
मुहँ को ढक कर तुम निकलो ।।
यही सुरक्षा कवच है तुम्हारा ,
इसे गांठ बाँध कर रख लो ।।
सोशल डिस्टेंस ही एकमात्र दवा है ,
बाकी तो अब सभी बेकार दवा है ।।
सोशल डिस्टेंस को तुम अपनाओ ,
कोरोना को अब दूर मार भगाओ ।।
यही प्रशासन विभाग का सन्देश ,
वर्ना होंगे तीसरी स्टेज में प्रवेश ।।
इस पर सभी को अम्ल करना है
मरघट की राह कदम न धरना है ।।
आर.के.रस्तोगी (गुरुग्राम)
इस धरा के अब हर इंसान को ।।
यही ध्येय होगा अब हमारा ,
ये सन्देश पहुँचे हर इंसान को ।।
सबका साथ हो सबका विश्वास हो ,
आशा के साथ सबका विकास हो ।।
तब ही कोरोना को जीत पायेंगे ,
ऐसा जन-जन में विश्वाश हो ।।
लॉक डाउन ही एक आस है ,
बनी नहीं दवा कोई खास है ।।
घर में बैठे रहे हम सभी अभी ,
इसको जीतने की यही आस है ||
थोड़े दिनों की तो तकलीफ है ,
मिलेगा कुछ दिनों में रिलीफ है ।।
घबराने की कोई जरूरत नहीं ,
यही हमारा अब एक बिलीफ है ।।
यह है एक भयानक सक्रमण का रोग ,
इस पर चल नहीं सकता कोई अभियोग ।।
जो निकलेगा इस समय घर से बाहर ,
उस पर चलेगा कोर्ट में अभियोग ।।
गगन भी ध्वनी प्रदुषण से मुक्त है
जबसे वायुयान नहीं चल रहे है ।।
पृथ्वी भी प्रदुषण से अब मुक्त है ,
वाहन व् उद्योग पूरी तरह से बंद है ।।
घर से बाहर जब तुम निकलो ,
मुहँ को ढक कर तुम निकलो ।।
यही सुरक्षा कवच है तुम्हारा ,
इसे गांठ बाँध कर रख लो ।।
सोशल डिस्टेंस ही एकमात्र दवा है ,
बाकी तो अब सभी बेकार दवा है ।।
सोशल डिस्टेंस को तुम अपनाओ ,
कोरोना को अब दूर मार भगाओ ।।
यही प्रशासन विभाग का सन्देश ,
वर्ना होंगे तीसरी स्टेज में प्रवेश ।।
इस पर सभी को अम्ल करना है
मरघट की राह कदम न धरना है ।।
आर.के.रस्तोगी (गुरुग्राम)

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