पानीपत ।
आज नव वर्ष पर नारी तू नारायणी उत्थान समिति द्वारा
"जागृत नारी, सुरक्षित नारी"
एक कदम सुरक्षा की ओर
अभियान की शुरुआत नववर्ष के उपलक्ष्य में अंसल के पास पड़ी झूगी झोपड़ीयो की महिलाओं से की, जिसमे लगभग 100 महिलाओं व बेटियों को सैनेटरी नैपकिन वितरित किये। नारी तू नारायणी उत्थान समिति की अध्यक्ष सविता आर्य ने कहा कि पिछले वर्ष से अंजू जोकि आर्य कॉलेज में अर्थशास्त्र प्रोफेसर है वह इस पर विषय पर शोध एवं अध्ययन कर रही है। अंजू ने अलग-अलग वर्ग की महिलाओं से मिल उनकी समस्याओं को जानने का प्रयास कर रही है जिससे धरातल पर इस विषय पर बनाई गई नीतियों को लेकर क्रियान्वयन किया जा सके। उनके द्वारा किए गए अध्ययन में कुछ बातें सामने आई जैसे बहुत-सी सैनेटरी नैपकिन लिए जागृत ही नहीं, कहीं उपलब्धता की समस्या तो कहीं आर्थिक तंगी और विचार-विसंगति जैसे मामले सामने आए। इसके साथ ही वो जो महिलाएं इस को लेकर अभी तक क्यो जागृत नही है उनको जागृत करना और इसके प्रयोग , उपलब्धता ओर फायदे के बारे में समझा रही है। उनसे मालूम हुआ कि आज भी महिलाएं पूरी तरह जागृत नही है।
इसलिए हमारी समिति ने निर्णय लिया कि नव वर्ष से "जागृत नारी सुरक्षित नारी" अभियान की शुरुआत करके महिलाओं को सैनेटरी नैपकिन वितरित किये जायेंगे ताकि महिलाओं को इस को प्रयोग करने के बाद फायदे समझ में आ सके। अंजू ने बताया कि स्वच्छता को लेकर बरती गई लापरवाही कई बीमारियों को दावत दे सकती है। मासिक धर्म महिलाओं में होने वाली प्रक्रिया कुदरती की देन है। मगर आज भी महिलाएं इस बारे में खुलकर चर्चा नही कर पाती। महिलाओं को यह समझने की जरूरत है कि अगर मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता का सही से ध्यान नही रखा तो कैंसर जैसी गम्भीर बीमार का शिकार हो सकती है, महिलाओं को जागरूक करते हुए बताया कि अगर स्वच्छता का ध्यान नही रखा तो इंफेक्शन हो सकता है और उससे बहुत घातक बीमारी हो सकती है। महिलाओं को सैनेटरी पेड़ का सेफ डिस्पोजल सिखाया गया। कपड़ा इस्तेमाल करने से संक्रमण के विषय पर जानकारी दी। दिन में 2 बार नैपकिन बदलना जरूरी होता है। मासिक धर्म के दौरान शरीर मे दर्द होता है इसलिए गर्म पानी मे नहाए।इस मौके पर सविता आर्य,नीरू शर्मा ,अंजू आदि मौजूद रही ।
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