पिथौरागढ़ ।
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में श्रुति लोहनी
जानवरों के लिए मसीहा बनकर आई है
क्योंकि यहां इस इलाके में आवारा बेसहारा
कुत्ते सड़कों पर ऐसे ही घूमते रहते हैं जिनको
कोई खाने को दूर-दूर तक देने वाला दिखाई
नहीं देता है ।
लॉकडाउन के कारण श्रुति लगभग 2 साल से
यही अपने निवास पर आई हुई है । बेजुबान
जानवरों की हालत देखकर उन्होंने अपने स्तर
से ही उनको खिलाने का काम शुरू किया हुआ
है । क्योंकि श्रुति लोहनी पहले दिल्ली के
पहाड़गंज इलाके में रह रही थी जो वहां पर भी
रहकर बेजुबानों को खाना खिला रही थी ।
लॉकडाउन के चलते वह पिथौरागढ़ में अपने
घर आ गई । उसने यहां भी देखा कि कुछ
बेजुबान जानवर भूखे-प्यासे सड़कों पर ऐसे ही
घूम रहे हैं श्रुति ने कुछ पानी के बर्तन भरकर
रख दिए हैं ताकि ये पानी पी सके । सुबह और
रात में हर दिन इनको खाना खिलाने जाती है ।
जो अपने खर्चे से ही कर रही है । पहले कुत्तों
की संख्या -2 थी लेकिन आज ये काफी संख्या
में हो गये हैं । कुछ ऐसे बेजुबानो को घर में भी
रखा है जो किसी दुर्घटना चोटिल हो गए थे
जिनका का है इलाज भी करा रही है । अपने
इलाके में अलग-अलग जगहों पर बेजूबानो की
देखरेख व उनको खाना खिला रही है ।
श्रुति लोहानी अपने घर से कुत्तों के लिए खाना
बनाकर बेजुबानो को खिलाने का जनहित व
धर्मार्थ कार्य कर रही है ।
श्रुति लोहनी का कहना है कि हमें सदैव
बेजुबानों के साथ भी स्नेह और प्यार से रहना
चाहिए । क्योंकि ये बेजुबान दूसरों पर ही
आश्रित है । ये इंतजार में रहते हैं कि कोई ना
कोई हमें खिलाने के लिए जरूर आएगा । हम
सबको मिलकर इनकी ओर भी थोड़ा सा ध्यान
देना चाहिए ताकि भूखे ना रह सके ।
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