ग्वालियर ।
सामाजिक दर्पण सोशल मिरर संस्था ने फेसबुक लाइव की श्रेणी में ही नहीं अपितु अपनी शानदार हृदयस्पर्शी सामाजिक धरातल से जुड़ी प्रस्तुतियों के माध्यम से प्रेरक संस्था के रूप में ख्याति प्राप्त कर ली है इस प्रश्न से जुड़े विशिष्ट श्रोता गुणों को इसकी खास प्रस्तुतियों का प्रतिदिन प्रतीक्षा रहती है इसी श्रंखला में रविवार को शाम छह बजे पेज पर आमंत्रित मथुरा की प्रेम मई भूमि से लेखिका कवियित्री भारती शर्मा जी उपस्थित हुई उन्होंने प्रेम के व्यापक रूप पर अपनी विशेष विचारधारा को रखा और पुलवामा के शहीदों के प्रति अपनी काव्य पंक्तियां समर्पित करके प्रारंभ किया उन्होंने कहा वतन कि- मोहब्बत में वह खुद को फना कर गए।
इश्क के दिन को सुनहरे हरफ़ों में अपने नाम कर गए।।
सोमवार के दिन सुप्रसिद्ध कवियित्री रेनू उपाध्याय ब्रजरेणु जी उत्तर प्रदेश के मथुरा नगरी से पधारी उन्होंने अद्भुत काव्य पाठ से पटेल को भक्ति रस से की धारा से प्रवाहित कर दी ब्रजभाषा की सुंदर प्रस्तुति में उन्होंने होली के गीत भी प्रस्तुत किए सभी श्रोताओं का मन पुलकित हो गया एक प्रेरक गीत से अपनी अमिट छाप छोड़ी
तुम चलो या ना चलो जिंदगी तो चलनी है।
तुम हंसो या ना हंसो जिंदगी तो चलनी है।।
मंगलवार को अपने प्रखर विचारों को लेकर उज्जैन से आदरणीय रचना शर्मा जी उपस्थित हुए उन्होंने वर्तमान शिक्षा संस्कृति पर अपने ओजस्वी विचारों से श्रोता गणों को विचारशील पृष्ठभूमि प्रदान की बुधवार को मध्य प्रदेश इंदौर से आमंत्रित सुप्रसिद्ध कवि श्री सुनील सिपाही जी ने अपनी गरिमापूर्ण उपस्थिति से पटल को गौरवान्वित कर दिया उन्होंने अपनी प्रस्तुति में कहा-
क्या कहूं मेरे लिए यश गान है भारत
क्या कहूं मेरे लिए यह स्थान है भारत
हमारी आन है भारत हमारी शान है भारत
गुरुवार को सुप्रसिद्ध कवि हास्य कवि निर्मल सक्सेना जी कासगंज उत्तर प्रदेश से अपनी उत्कृष्ट काव्य पाठ के साथ पटल पर उपस्थित हुए उन्होंने अनेक मनोरंजक और हास्य प्रदान कविताओं के माध्यम से श्रोता गणों को प्रफुल्लित कर दिया उन्होंने एक बहुत सुंदर गीत से काव्य पाठ का समापन किया
मैं तुम्हें प्रीत करूं तुम भी मुझे प्रीत करो
इतना आसान नहीं गुस्सा नही अच्छा कि मन शीत करो
मुझे लड़ना नही आता इलेक्शन बिल्कुल
दिल की संसद में सनम मुझको मनोनीत करो।
शुक्रवार को आमंत्रित सुप्रसिद्ध कवि राजपाल यादव जी गुरुग्राम हरियाणा से अपनी शानदार प्रस्तुति के के साथ प्रस्तुत हुए उन्होंने
माता-पिता के को नमन करते हुए अपनी पंक्तियां रखें
आज करेंगें बात जगीरा सामाजिक दर्पण के साथ जगीरा
मां शारदे वंदन से ही होगी फिर शुरुआत जगीरा
तीन देवियों के संग मिलकर होगी अपनी बात जगीरा
सामाजिक मुद्दों को लेकर उभरेंगे जज्बात जगीरा
ओज व्यंग्य श्रृंगार हास्य का मिश्रण होगा फिर खास जगीरा
देश विरोधी तत्वों पर भी होगा फिर आघात जागीरा।
माँ ही काशी माँ ही कावा जगीरा
मां का आंचल थाम जगीरा मिल जाएगा श्याम जगीरा।
सुंदर प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया शनिवार को इसी श्रंखला में ग्वालियर की ऐतिहासिक भूमि से सुप्रसिद्ध गज़ल कार एवं संगीतज्ञ श्री राजेंद्र पारीक जी ने पटल पर अपनी सुंदर उत्कृष्ट अनुपम प्रस्तुति से पटल को आनंदित कर दिया पटल पर उपस्थित सभी वरिष्ठ सम्मानीय श्रोतागणो के प्रति सामाजिक दर्पण सोशल मिरर की मुख्य संयोजिका ग्वालियर से श्रीमती शकुन्तला तोमर जी विशिष्ट सहयोगी श्रीमती सीता चौहान पवन मुरैना से श्रीमती अमिता शुक्ला जी ने हार्दिक आभार व्यक्त किया और सभी के प्रति अपना धन्यवाद ज्ञापित किया ।
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