नवरात्रि विशेष आयोजन में मंत्रमुग्ध प्रस्तुतियों के साथ देश विदेश के साहित्य मनीषियों ने किया काव्यपाठ
ग्वालियर ।
गालव ऋषि की तपोभूमि ग्वालियर से संचालित सामाजिक दर्पण-सोशल मिरर फाउंडेशन की संस्थापिका एवं संयोजक शकुन्तला तोमर जी है,सीता चौहान पवन जी अमिता शुक्ला जी धर्मेंद्र सिंह तोमर जी विशिष्ट सहयोगी के रूप में।इसका मुख्य उद्देश्य सामाजिक अभिव्यक्ति शिक्षा समाज साहित्य संस्कार एवं संस्कृति से संबंधित विचार एवं गतिविधियों का सृजन करना कर युवा एवं बच्चों में इनका हस्तांतरण कर उन्हें इससे जोड़ना। सामाजिक मुद्दे बच्चों में युवाओं में समाज साहित्य और भाषा में रुचि संस्कृति लोक कला लोक गीत संगीत का संरक्षण तीज त्यौहार हमारी परम्परायें रीति रिवाज एवम संस्कार निर्माण हेतु विचार और कैंपेन एवं सामाजिक परिवेश में व्याप्त समस्याओं (बच्चो स्त्री बुजुर्गों से सम्बंधित मुद्दों)पर चर्चा कोई विशेष कार्य हेतु प्रोत्साहन और सुधार समाधान हमारा लक्ष्य।
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रम संवत 2078 नूतन वर्ष अभिनंदनम नववर्ष की शुभकामनाओं के साथ नवरात्रि त्यौहार पर फेसबुक लाइव काव्यपाठ में भाग लेने वाले साहित्य मनीषियों में पटल पर नवरात्र की प्रथम प्रस्तुति के रूप में पटल की संचालिका श्रीमती शकुन्तला तोमर ने नवरात्रि विशेष आयोजन में चैत्र प्रतिपदा पर सबको नव वर्ष की बधाई देते हुए नवदुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की महिमा बताते हुए माता की स्तुति संस्कृत महिषासुर मर्दिनी स्रोत से कर शुरुवात की एवं नवरात्रि विशेष आयोजन की पूरी रूपरेखा बताते हुए अपने विचार रखे।
कवियित्री प्रीति त्रिपाठी जी नई दिल्ली से अपनी उत्तम सहज सरल प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया चिड़िया कहा आकाश तो दो,कवयित्री रचना शास्त्री शाहपुर खेड़ी बिजनौर से पधारीं उन्होंने श्रृंगार को आध्यात्मिकता से जोड़ते हुए अद्भुत कविताओं और गीतों से जोड़ा,सुप्रसिद्ध कवयित्री सुधा राज जी लखनऊ उत्तरप्रदेश से मधुर काव्यपाठ करते हुए कविताओं,गीतों की शानदार प्रस्तुति दी,नवोदित कवयित्री प्रीति बंसोड़ जी छतीसगढ़ से बेहतर काव्यपाठ कर नारी मन पीड़ा को व्यक्त किया,हिन्दी और अंग्रेजी दोनो भाषायों की साहित्यकार वरिष्ठ कवियित्री नीलम प्रभा देवगन अमृतसर पंजाब से नारी विमर्श पर एक नई सोच को इंगित करती कृतियाँ रखीं,कवयित्री सुदर्शन शर्मा "सुधि"जी दिल्ली से एक से बढ़कर एक गीत कविता व्यंग्य,वहीं हर विधा में पारंगत कवयित्री आशा पांडेय उदयपुर राजस्थान से सुंदरतम अपनी प्रस्तुति से अंत तक सबको जोड़े रखा,कवयित्री विभाराज वैभवी दिल्ली से शानदार शैली में भजन कविताओं से जोड़ा। साहित्यकार और समाजसेवी आदरणीय मंजूषा राम धाकरे जी औरंगाबाद महाराष्ट्र से विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे,पूजा मिश्रा रीवा मध्यप्रदेश से अनुपम अनुपम शब्दो मे अपने भावों को व्यक्त किया,सुप्रसिद्ध वरिष्ठ कवियित्री प्रतिभा त्रिपाठी जी मुजफ्फरनगर लखनऊ से बड़ी बेबाकी से सभी विषयों और विधाओं पर अद्भुत प्रस्तुति दी मंचो पर काव्यपाठ की मानसिकता को प्रखरता से रखा,
सुप्रसिद्ध कवयित्री विजयलक्ष्मी जी हरिद्वार उत्तराखंड से सभी विधाओं में बेहतरीन प्रस्तुति दी। कवयित्री आदर.विनीता तिवारी जी वर्जीनिया अमेरिका से मधुरम प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया।कवयित्री रश्मि शुक्ला जी रीवा मध्यप्रदेश से,वहीं झुंझुनूं राजस्थान से सीमा राठौर 'शैलजाजी' जी ने पटल पर नारी विमर्श की कुछ अलग विषयों को उद्घृत किया जब ईश्वर ने सृष्टि बनाई तो उसने भेद नही किया फिर विधवा और विधुर के लिए समाज मे भेद क्यों?नारी के अंतर्मन की पीड़ा को व्यक्त किया।कवयित्री अर्चना सिंह जी ग्रेटर नोएडा से अपने शानदार अंदाज़ से सबको बांधे रखा।कवयित्री गीतकारा योगा ट्रेनर रजनीश गोयल जी दिल्ली से मधुर भजनों की प्रस्तुति दी। ओज कवयित्री ज्योति दोहरे ने अपनी शानदार कविताओं से सबको प्रेरित किया।नवरात्रि के अंतिम दिवस पर कवयित्री शिल्पा जैन जी चेन्नई से सबको कोरोना पर सकारात्मक संदेश के साथ काव्यपाठ किया एवं अंतिम प्रस्तुति के रूप में बाल कलाकार प्रिया भारती चंपारण बिहार से अपनी मंत्रमुग्ध प्रस्तुति से पटल को भक्ति से सराबोर कर सबका मन मोह लिया।
अंतिम दिवस सबका आभार व्यक्त कर सबको नवरात्रि विशेष प्रस्तुति हेतु ऑनलाइन सर्टिफिकेट प्रदान किया गए।संस्था सबके अनंत सहयोग एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ समाज हित मे सदैव प्रयासरत है।
सभी सम्मानीय साहित्यकार, कवि, समाजसेवी ,प्रेरक वक्ता ,श्रोतागण गरिमामयी उपस्थिति के लिए सादर आमंत्रित है।
संस्थापिका एवं संयोजक श्रीमती शकुन्तला तोमर,विशेष सहयोगी के रूप में सीता चौहान जी अमिता शुक्ला जी एवं धर्मेन्द्र सिंह तोमर जी ने सभी का कोटि कोटि आभार व्यक्त किया।
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