गाजियाबाद - सविता शर्मा ।
मुख्यालय राष्ट्रिय सैनिक संस्था , 133 बी मोडल टाउन ईस्ट , गाज़ियाबाद – आज यहाँ राष्ट्रिय सैनिक संस्था की महिला विंग की एक वेबिनार आयोजित की गई | जिसमे भारत के विभिन्न प्रदेशो की महिला अध्यक्षों ने भाग लिया |
उतर प्रदेश की राष्ट्रिय सैनिक संस्था की महिला विंग की प्रदेश अध्यक्षा प्रोफ़ेसर नीलम पवार ने कहा की क्या किसी सही बात को मानने के लिए भी प्रदर्शन अथवा आन्दोलन अनिवार्य होना चाहिए | जानकारी मिली है की 26 जून 1945 को संयुक्त राष्ट्र के चार्टर पर हस्ताक्षर करते समय भारत के प्रतिनिधि सर आरकट रामास्वामी मुडलियार ने एक शर्त लगा दी थी की विटो पावर पर अगले दस वर्ष में पुनर विचार किया जायेगा अन्यथा धारा 109 के अंतर्गत साधारण बहुमत से विटो पावर को हटाने का निर्णय लिया जाएगा | परन्तु यह आज तक नहीं हुआ अर्थात तकनिकी द्रष्टि से सुरक्षा परिषद् की मौत 1955 में हो चुकी थी |
श्रीमती उसा राणा , श्रीमती उर्वशी वालिया , संध्या त्यागी और डा मधु सिंह ने कहा की दुनिया में शांति स्थापित करने के लिए बनाया गया संयुक्त राष्ट्र संगठन दुनिया को तबाही के कगार पर ले आया है | आज दुनिया में 14 हजार से अधिक एटम बम्ब है | दुनिया तबाही के मुहाने पर खड़ी है | संयुक्त राष्ट्र ( UNO ) की प्रासंगिकता करीब करीब खत्म हो चुकी है |
राष्ट्रिय सैनिक संस्था के राष्ट्रिय अध्यक्ष वीर चक्र प्राप्त कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी ने कहा की अब एक नई विश्व पद्धति की आवश्यकता है | इसलिए 10 दिसम्बर से 12 दिसम्बर तक विज्ञान भवन नई दिल्ली में राष्ट्रिय सैनिक संस्था और World Constitution & Parliament Association ( WCPA ) साथ मिलकर Provisional World Parliament (PWP) का आयोजन करने जा रहे है जिसमे मुख्य रूप से विदेशो से महेमान , देश के गणमान्य व्यक्ति और महिलाए शामिल रहेंगी | इस PWP में वीटो पावर को हटाने पर वैश्मिक स्तर पर सहमती बनाई जाएगी |
राष्ट्रिय सैनिक संस्था की National Vanguard के डा नर्सिमा मूर्ति और मेजर सुशील गोयल ने कहा की राष्ट्रिय सैनिक संस्था का विस्तार अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होना निश्चित है |
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