दिल्ली - नीतू सिंह ।
दिल्ली में अपनी गतिविधियों के माध्यम से समाज के कल्याण में जुड़ी संस्था डीसी मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से ईस्ट ऑफ़ कैलाश स्थित सभागार में "दिल की आवाज" शीर्षक से एक संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह संस्था वंचित बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कला प्रदान करने और अभावग्रस्त महिलाओं को सक्षम और आत्मनिर्भर बनाने के महत्वपूर्ण कार्य में संलग्न है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में संस्था की संचालिका सुश्री गीता जायसवाल द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी महानुभावों का पुष्पमाला एवं प्रतीक चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया गया। नव कला सुर संगम के संचालक एवं एंकर मुकेश दयाल द्वारा सुश्री गीता जायसवाल को पगड़ी पहना कर सम्मानित किया गया। समाज के अनेक गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे जिनमें से प्रमुख संगीत प्रेमी रमेश अग्रवाल, सुभाष भाटिया, डीके मेहंदीरत्ता, टी सी चौहान, कुमार मुकेश, अजय सक्सेना, वसंत कनौजिया, सुश्री पवित्रा टाटके, आर के शुक्ला, दीपक गुरनानी के नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रमेश अग्रवाल द्वारा गाए गीत " शीशे से पी या पैमाने से पी ...." ने जहाँ उपस्थित सभी दर्शको को झूमने पर मजबूर कर दिया वहीँ इस अवसर पर सुभाष भाटिया और सुश्री पवित्रा टाटके द्वारा गाए युगल गीत " चुरा लिया है तुमने जो दिल को, नज़र नहीं चुराना सनम" का स्वागत भी दर्शको ने खूब तालियाँ बजाकर किया। अन्य गायकों ने भी अपने मधुर गीतों के द्वारा वातावरण को संगीत से सराबोर कर दिया।
इस अवसर पर अजय लूथरा ने अपने गीत के द्वारा दिवंगत गायक मोहम्मद फारूख को तथा श्री बसंत कनौजिया ने दिवंगत अजय श्याम मेवाती को 'तुम मुझे यूँ भुला ना पाओगे' गीत गाकर अपने अंदाज में श्रद्धान्जलि अर्पित की।
मंच का बेहतरीन संचालन स्टेज जगत के प्रसिद्ध एंकर्स अजय सक्सेना और मुकेश दयाल द्वारा किया गया।
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