हिंदी, पंजाबी और भोजपुरी मूवी की एक्ट्रेस सुषमा प्रशांत पंजाब के जालंदर के रहने वाली है। वैसे तो उनको बचपन से ही आर्टिस्ट बनने की चाहत थी। उनको ॲक्टींग मै बचपन से ही रुचि थी। जॉब वगेरा करने में का उनका मन नही था । बचपन से ही उन्होनें लीड रोल किये हैं। उन्होंने बताया कि जीवन का पहला काम उन्होने जालंदर दूरदर्शन पर किया था । पहला प्रोजेक्ट स्किट किया था उसका नाम था L,B,W । उसके बाद कई सीरियल, लंबे सिरियल में लीड रोल किया और साथ मे थिएटर जॉइन किया। और उनके कलागुरु हैं सरदार जीत बावाजी जिनके साथ उन्हीने थियेटर भी किया उन्होंने उनसे बहुत कुछ सीखा और सुषमा प्रशांत ने बताया कि उनसे सीखकर आज मैं इंडस्ट्री मे time, बिहेवियर जो सब कुछ सीखा वो अब उनको मुंबई में काम आ रहा हैं।उन्होंने बताया कि उनके फिल्म लाईन मे आने के बाद तो लोगों का बिहेवियर चेंज हो गया था लोगो को पसंद नही आता था। पर अब लोग बहुत पसंद करते हैं।
जब सुषमा प्रशांत को पूछा गया आपको किस तरह के रोल पसंद है तो उन्होंने बताया कि सभी तरह के कॅरेक्टर करना वो पसंद करती है और --- जमाई राजा और विलायती भाभी की दादी का फनी कॅरेक्टर उनको बहुत पसंद है। फिल्म सिरीयल के बारे मे पूछने पर सुषमा ने बताया फिल्म मे ---- कल की आवाज, ऐलान, अनमोल परमवीर चक्र की हैं और भोजपुरी फिल्म रवि किशन जी के साथ फिल्म - रवि किशन, तोहार किरिया, तोहार भोजाई तीन फिल्में की हैं। सिरीयल मे - आप बीती, रामायण, सूर्य पुराण, पृथ्वीराज चव्हाण, साईबाबा, धरमवीर, शनिदेव,आरजू है तू, खुशिया,गिल्ली डंडा, C.I.D तलाक क्यों, आहट, किसी से ना कहना, कुछ तो लोग कहेंगे, हैलो इंस्पेक्टर,सवेरा, सुजाता, प्रतिशोध, साया, हिना, रजनी, Don't worry हो जायेगा, देख भाई देख, आफलातून, आन, M.D.B.A.LLB, बुबलाबु, हँसना मत,क्यों कि साँस भी कभी बहु थी, वो कौन, डैडी समझा करो,दरार, पुकार, वारिस, कृष्णा बहन ख़ाकरावाला जैसी फेमस सिरियल की हैं।
उसके बाद बहुत से वेबसिरिज और AD शूट भी सुषमा प्रशांत ने की हैं।
और सुषमा प्रशांत ने कहा कि अभी अच्छे अच्छे प्रोडक्शन हाउस है साथ उन्होंने काम किये हैं उनकी पहचान अब अच्छी हुई हैं तो वो प्रोडक्शन हाउस उनको नए प्रोजेक्ट के लिए जब खुद बुला लेते हैं तब उनको बहुत अच्छा लगता हैं। और जो नए लोग इस film line से जुड़ना चाहते हैं उनको सुषमा प्रशांत कहना चाहती हैं कि - नए कलाकारों को खुद के ऊपर विश्वास होना चाहिए, काम करने की लगन होनी चाहिए और जहाँ भी वो ऑडिशन के लिए जाना चाहते है वहाँ वो पूरी तैयारी के साथ जाए और नाकाम होने के बाद मायूस ना होके नए जोश के साथ फिर से ऑडिशन की तैयारी करें और ऑडिशन दे। बीच मे ही हार मत मानना।
सुषमा प्रशांत ने बताया कि पंजाब में उनको बहुत से पुरस्कार मिले हैं। पर वो कहती है कि सबसे बड़ा पुरस्कार वही जो लोग आपको बहुत चाहते हैं।
0 comments:
Post a Comment