उत्तर पूर्वी दिल्ली के दयालपुर थाना के अंतर्गत मुस्तफाबाद इलाके का एक संगीन मामला सामने आया है जिसमें कोसर नाम की पीड़ित महिला का आरोप है कि एफआईआर कराने के लिए एसीपी एवं दयालपुर थाने में 18 फरवरी 2022 को लिखित शिकायत दी गई थी लेकिन अभी तक उसे न्याय नहीं मिला है । शिकायत जिसमें हवाला दिया गया था कि उसका गुंडा प्रवृत्ति वाला राशिद जान से मारने की नियत से उसके घर में कुछ अज्ञात लोगों लेकर घुस गया था जिसमें उसने उसके गले में चुन्नी लपेटकर जान से मारने की कोशिश की थी और बच्चों फर्श पर पटक पटक के जान से मारने की कोशिश की थी । इतना ही नहीं शिकायत में यह भी लिखा हुआ है कि ₹5000 भी दादागिरी के बल पर घर से उठाये थे ।
पीड़ित महिला का कहना है कि दयालपुर थाने की पुलिस ने उसको थाने बुलाने की बजाए उसको रात्रि के 8:00 बजे बृजपुरी की पुलिया पर बनी चौंकी पर बुलाया जहां पहले से ही विपक्षी बैठे हुए मिले । इस संबंध में विपक्षी गण के खिलाफ एफआईआर करने के बजाय पुलिस ने मुझ पर ही सुलह करने का दबाव बनाया ।
पीड़ित महिला ने रोते हुए यह भी बताया कि मैं जैसे तैसे करके वहां चौकी से घर वापस आ गई लेकिन अभी तक मुझे कोई न्याय नहीं मिला है बल्कि गुंडा परवर्ती वाला राशिद और उसकी पत्नी रीना द्वारा मुझे कहा जा रहा हैं कि हमने ₹10000 पुलिस के मुंह पर मारे हैं इसलिए हमारा कुछ नहीं बिगड़ा और हम तुम्हारे ऊपर फर्जी केस लगवा देंगे । विपक्षी राशिद की पत्नी रीना कहती है कि मैं तुम्हारे पति को छेड़खानी व बलात्कार के झूठे मामले में फंसा दूंगी हमारा कुछ नहीं बिगड़ेगा ।
पीड़ित महिला ने एफआईआर कराने के संबंध में वह शिकायत पत्र भी दिखाया जो एसीपी एवं एसएचओ दयालपुर थाने में दिया हुआ है और कहा कि अगर मुझे व मेरे परिवार को कुछ हो जाता है तो उसके जिम्मेदार वे सब होंगे जिनकी वजह से मुझे न्याय नहीं मिल रहा है । कमाल इस बात का है कि अभी तक पुलिस द्वारा ₹5000 भी नहीं दिलवाये गये है जो राशिद ने घर से दादागिरी के बल पर उठाए थे । क्योंकि बार-बार पुलिस वाले मुझे थाने के बजाय चौकी में ही बुलाने की कोशिश कर रहे हैं पता नहीं मुझ पीड़ित महिला को न्याय मिलने में कितना ओर समय लगेगा ।

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