हिंदी दिवस के अवसर पर कुछ पंक्तियाँ- आरती जैन ।

हिंदी आज करती है क्रंदन, 

एक दिन हिंदी को करतें वंदन l

हिंदी बन गयी है आज शर्म, 

अग्रेजी बना हमारा प्रथम धर्म l

परायें को भले दो तुम मान, 

पर अपनों की मत छीनों शान l

जो हिंदी थी गले का हार, 

आज  हिंदी बोलने कैंसी हार l

जब जननी मां से बन गयी है मम्मी, 

तब से मैंरी हिंदी भी गयी है सहमी l

इतना मत गाओं पराया तुम शुर, 

बिंदी वाली हिंदी आज भी है हूर l

हिंद देश में हम जहा आज रहते हैं, 

उसी हिंदी के आज आँसू बहते है l

हिंदी आज करती है क्रंदन, 

एक दिन हींदी को करतें वंदन l




 आरती जैन

                                          ( लेखिका )


SHARE

Milan Tomic

Hi. I’m Designer of Blog Magic. I’m CEO/Founder of ThemeXpose. I’m Creative Art Director, Web Designer, UI/UX Designer, Interaction Designer, Industrial Designer, Web Developer, Business Enthusiast, StartUp Enthusiast, Speaker, Writer and Photographer. Inspired to make things looks better.

  • Image
  • Image
  • Image
  • Image
  • Image
    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

Post a Comment

राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर एक्सप्रेस न्यूज भारत चैनल का आगाज़

इस अवसर पर क्राइम कंट्रोल ब्यूरो मीडिया टीम अपने सामाजिक हित के उल्लेखनीय कार्यों हेतु सम्मानित जयपुर ( भानु राज ) राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर ज...

_