एक औरत, एक महिला अपने आप में ममत्व के साथ धैर्य और साहस का भी प्रतीक होती है। हर परिस्थिति में ढलकर या हर परिस्थिति को अपने अनुसार ढालकर यह हमेशा अपने साहस का परिचय देती है लेकिन इसके ठीक उलट एक महिला शारीरिक और भावनात्मक रूप से पुरुषों के मुकाबले कमजोर मानी जाती है। इस एक कारण ने महिलाओं को हमेशा अबला की श्रेणी में रखा है। सम्मानित महिलाओं में प्रभा सिंह, कांति मुद्गल, पूजा, संगीता मिश्रा, रंजीता स्वरूप वीना, राजीव, रेशमा निगम, डॉ सुधा शर्मा, अंकिता, डॉ प्रियंका, नेहा सिंह, पूनम बिष्ट एंकर की भूमिका में शालिनी सिंह उपस्थित रही विशेष सहयोग के रूप में राम शर्मा एवं आदि स योगियों द्वारा सहयोग प्रदान किया गया
आज की महिला अबला की इस पारंपरिक परिभाषा को नहीं मानती है। कर्णम मल्लेश्वरी, पी.टी. उषा, किरण बेदी, कल्पना चावला जैसी, मदर टेरेसा, इंदिरा गांधी, सानिया मिर्ज़ा, पी.वी. सिंधु, सानिया नेहवाल, मेरीकॉम, अभी हाल में ही ओलंपिक भारोत्तोलन में भारत को रजत पदक दिलाने वाली मीरा बाई चानू , आदि महिलाओं ने इसे सिरे से खारिज कर महिला सशक्तिकरण की मिसाल कायम की है। पुरुषों से हर कदम मुकाबला करती और पीछे छोड़ती, समाज के मापदंडों और मानदंडों को बदलती ये सशक्त महिलाएं हर किसी की प्रेरणास्रोत होती हैं।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्य्क्ष शिवपाल यादव ने नारियों प्रशस्ती एवम स्मृति चिन्ह दे कर सम्मानित किया, उस सम्मान समारोह के शो आइडल श्रीमती अनिता मिश्रा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महिला सभा, श्रीमती उपासना वैश्य राष्ट्रीय महा सचिव महिला सभा , अंतर्राष्टरीय शूटर तथा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव विनोद मिश्र, तथा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के बौद्धिक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक मिश्र उपस्थित रहे ।



0 comments:
Post a Comment