दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र के रहने वाली मलिका कौर सचदेवा नाम की जांबाज लड़की एक पशु प्रेमी है जो बेजुबान जानवरों के हितों पर लगातार कार्य करती चली आ रही है। अगर इसको कहीं पर भी बेजुबानों में डॉग्स, बिल्ली, बंदर, ऊंट, घोड़ा आदि की दुर्घटनाग्रस्त के कारण चोटिल या बीमार होने की घटना का पता लगता है तो वह अपने साथी पशु प्रेमियों के साथ मिलकर उसके इलाज और देखभाल के लिए तुरन्त दौड़ पड़ती है। मलिका कौर सचदेवा हमेशा ही बेजुबान जानवरों की रक्षा एवं उनके हितों के लिए तत्पर रहती है।
मलिका कौर सचदेवा का कहना है कि मैं बचपन से ही बेजुबान जानवरों से बहुत लगाव और प्यार करती हूं। मलिका कौर सचदेवा इन बेजुबानों के प्रति फैली कुरीतियों एवं विसंगतियों को दूर करने के लिए समाज को जागरूक करने का भी प्रयास करती रहती है। इनका कहना कि बेजुबान जानवरों पर क्रुरता जैसे लाठी-डंडों से पीटना, दुष्कर्म करना, जहर देकर मारना आदि बिल्कुल नहीं करना चाहिए जो एक संगीन अपराध है। जिसके लिए अब नये कानून के तहत 5 साल की सजा का प्रावधान है। इसलिए ऐसे अपराध करने से बचना चाहिए। क्योंकि ये बेजुबान जानवर मनुष्य पर ही आश्रित है। इसलिए इनको खाने के लिए कुछ न कुछ देते रहना चाहिए।
0 comments:
Post a Comment