
गोवा की भानू राज टाक द्वारा न्यूज़ रिपोर्ट
करीब 1500 वरिष्ठ चिकित्सकों ऑफलाइन एवं ऑनलाइन स्तर पर शिरकत की।
आम जन की रुचि का विषय बनता जा रहा है फार्मोकोलॉजी और मेंटल हेल्थ।
डॉ लोकेंद्र शर्मा रहे कार्यक्रम के सूत्रधार -
श्रृंखला में पणजी गोवा में ग्लोबल गोआकॉन 2025 के रूप में अंतरराष्ट्रीय चिकित्सा सम्मेलन का सफल आयोजन।
आयोजन समिति के मुख्य वक्त रहे -
• डॉ. लोकेन्द्र शर्मा – आयोजन अध्यक्ष (प्राचार्य, GMC टोंक)
• डॉ. प्रमोद शंखपाल – आयोजन सचिव (प्रोफेसर, फार्माकोलॉजी, नायर हॉस्पिटल एंड मेडिकल कॉलेज, मुंबई)
• डॉ. संजय पांडेलवाल – आयोजन
सचिव • भानु राज टाक- इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से संवाद एवं मीडिया एसोसिएट
गोष्ठी के मुख्य आकर्षण के रूप में ऑनलाइन प्री-कॉन्फ्रेंस गतिविधियाँ आयोजित हुई जिसमें प्रतिभागियों को फार्मोकोलॉजी एवं मानसिक स्वास्थ्य के आवश्यक मुद्दों के बारे में अवगत कराया गया।यहां आपको जानकारी देना आवश्यक है की इस गोष्ठी में मानसिक स्वास्थ्य पर भी सार्थक संवाद हुआ और वैश्विक स्तर पर भागीदारी का महत्व बताया गया। गौरतलब है की यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर इंग्लैंड से मेंटल हेल्थ विशेषज्ञ प्रोफेसर श्री विमल शर्मा काफी लंबे समय से इस मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे है। इस अवसर पर गोष्ठी में युवाओं में अवसाद और सुसाइड की भावना के खतरनाक साइड इफेक्ट्स पर जीवंत संवाद किया गया और इसकी संपूर्ण रोकथाम हेतु मनोवैज्ञानिक कारगर उपाय वरिष्ठ चिकित्सकों द्वारा प्रपोज किए गए।
इस कांफ्रेंस में विशेष रूप से 25 और 27 सितंबर को कुल 49 पोस्टर एवं अति महत्वपूर्ण शोध पत्र प्रस्तुत किए गए जिसमें उपस्थित पूरे चिकित्सा वर्ग ने गहन रूप से वैचारिक चिंतन किया।
इस सम्मेलन में प्रस्तुतियाँ ऑफलाइन प्रकार से दी गई एवं 3-4 अक्टूबर को गोवा में 53 पोस्टर एवं शोध पत्रों का ऑफलाइन प्रस्तुतीकरण हुआ और फार्मोकोलॉजी पर सामयिक विकास पर चर्चा की गई। वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर व्याख्यान सत्र का विशेष आयोजन भी हुआ एवम 15 विशेषज्ञ वक्ताओं ने उभरते मेडिकल एवं फार्माकोलॉजिकल विषयों पर अपने विचार साझा किए।
इस पूरी गोष्ठी में यह निम्न चिकित्सक रहे प्रमुख वक्ता :
• डॉ. अनंत पाटिल, • डॉ. राजेश कुमावत, • डॉ. योगेन्द्र खींची, • डॉ. दिनेश धोड़ी, • डॉ. प्रकाश खंडेलवाल, • डॉ. प्रमोद शंखपाल, • डॉ. अंकिता, • डॉ. दीपांजलि लोमटे, • डॉ. संजय पांडेर्बाले, • डॉ. लोकेन्द्र शर्मा, • डॉ. मनीष परिहार,
गोष्ठी की प्रमुख विशेषता फार्मोकोलॉजी पर एक्सपर्ट डोमेन पुस्तक विमोचन रही । इस पुस्तक का शीर्षक जन साधारण और उभरते हुए चिकित्सकों के नीति निर्धारण और सीखने के परिपेक्ष्य में रखा गया है जो की “Mind Maps in Pharmacology” है । इसके लेखक गण डॉ. सुशील कुमार एवं डॉ. लोकेन्द्र शर्मा हैं। मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को भी गंभीरता पूर्वक पूरे कार्यक्रम में लिया गया।
गोष्ठी का समापन कार्यक्रम सभी प्रतिभागियों के लिए रात्रि भोजन के रूप में किया गया जिसमें सामूहिक रूप से सभी चिकित्सकगण एक साथ मिले और विशेषकर फार्मोकोलॉजी एवं मानसिक स्वास्थ्य पर पारस्परिक एवं सामूहिक सहयोग की भावना को सुदृढ़ किया।

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